tag:blogger.com,1999:blog-364686295998286815.post984716054058195039..comments2023-08-06T19:41:00.196+05:30Comments on गूंजअनुगूंज: हिंदू विवाह के प्रकारमनोज भारतीhttp://www.blogger.com/profile/17135494655229277134noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-364686295998286815.post-91229845405521465992011-10-17T06:53:05.128+05:302011-10-17T06:53:05.128+05:30कमाल की जानकारी दी है आपने।कमाल की जानकारी दी है आपने।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-364686295998286815.post-84790467949966670462011-10-15T08:35:47.838+05:302011-10-15T08:35:47.838+05:30विवाह एक संस्था है और सभी प्रकार की संस्थायें एक त...विवाह एक संस्था है और सभी प्रकार की संस्थायें एक तरह से कारागार ही हैं। ओशोने इस संस्था की मुखालफत की है, इस विषय पर ओशो की दृष्टि से भी प्रकाश डालें, मनोज भाई ।<br /><br />चैतन्य आलोकAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-364686295998286815.post-90581057605801347362011-10-11T20:43:15.861+05:302011-10-11T20:43:15.861+05:30मनोज जी,
आभार!मेरी जिज्ञासा पर आपकी त्वरित प्रतिक्...मनोज जी,<br />आभार!मेरी जिज्ञासा पर आपकी त्वरित प्रतिक्रिया के लिए पुनः आभार!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-364686295998286815.post-31302149884819293442011-10-10T23:09:31.678+05:302011-10-10T23:09:31.678+05:30@ सलिल जी !!! पोस्ट में आए विवाह(गंधर्व विवाह को छ...@ सलिल जी !!! पोस्ट में आए विवाह(गंधर्व विवाह को छोड़ कर,जिसमें स्त्री-पुरुष की स्व-इच्छा से संसर्ग होता)पुरुष की दृष्टि से परिभाषित हुए हैं। स्वयंवर विवाह का प्रचलन वशिष्ठ के समय से ही प्रचलित है। इसमें विदुषी व श्रेष्ठ कन्या को अपना वर चुनने की व्यवस्था थी। कन्या अपनी इच्छा से बलिष्ठ,विद्वान,सुंदर वर का चयन करती थी। इसके लिए वह उपस्थित हुए पुरुषों के सम्मुख अनेक शर्तें रखती थी, जो एक तरह से पुरुष के ज्ञान,बल आदि की परीक्षा होती थी। कन्या को इनमें से जो श्रेष्ठ वर दिखाई पड़ता था...उससे वह विवाह रचा लेती थी। राम और सीता का विवाह इसी श्रेणी में आता है। क्षत्रीय कन्याओं में यह विवाह प्रचलित था।मनोज भारतीhttps://www.blogger.com/profile/17135494655229277134noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-364686295998286815.post-41276349419782762642011-10-10T22:24:17.801+05:302011-10-10T22:24:17.801+05:30टुकड़े-टुकड़े में यह सारी जानकारी थी मुझे, किन्तु एक...टुकड़े-टुकड़े में यह सारी जानकारी थी मुझे, किन्तु एक सुव्यवस्थित रूप में आपने प्रस्तुत किया तो ज्ञान वर्धन हुआ!!<br />स्वयंवर किस श्रेणी में आता है तथा क्या इसपर कोई अलग पोस्ट लिखने का विचार है??चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.com