मकर संक्रांति

संक्रांति का अर्थ है संक्रमण। पौष महीने में जब सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है, तो मकर संक्रांति होती है। अंग्रेजी कैलेण्डर के अनुसार मकर संक्रांति हमेशा 14 जनवरी को होती है।कभी-कभी यह 15 जनवरी को भी हो जाती है।यूं तो संक्रांति हर महीने में होती है।किंतु कर्क एवं मकर राशियों में सूर्य के जाने का विशेष महत्त्व होता है।यह संक्रमण क्रिया छ: छ: महीने के अंतर से होती है।मकर संक्रांति से पूर्व सूर्य दक्षिणायन रहते हैं।मकर संक्रांति से सूर्य उत्तरायण हो जाते हैं।सूर्य के उत्तरायण होने से दिन बड़े होने लगते हैं व रातें छोटी होने लगती हैं।हिंदु धर्म में मकर संक्रांति का दिन विशेष महत्त्व का होता है। तीर्थ-स्नान,गंगा स्नान का इस दिन बहुत अधिक महत्त्व होता है।ऐसी मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान से सभी पाप धुल जाते हैं। हिंदु इस दिन स्नान आदि कर सूर्य-पूजा कर दान को पुण्य कर्म मानते हैं।दक्षिण भारत में इस पर्व को पोंगल कहा गया है। 

मकर संक्रांति की सभी पाठकों को हार्दिक शुभकामनाएँ। यह उत्सव आपके जीवन में शुचिता लेकर आए । 

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