शायद है
एक गाँव के एक धनी किसान के पास एक बहुत सुंदर घोड़ा था । एक दिन उसका वह घोड़ा बाड़े की बाड़ तोड़ कर जंगल में भाग गया । गाँव के जिन लोगों को इस बात का पता चला, उन्होंने किसान के पास आ कर कहा, "आपका घोड़ा भाग गया, बड़े अफसोस की बात है ।"
"शायद है ।" किसान ने कहा ।
तीन दिन बाद घोड़ा वापस आ गया और साथ में पाँच बेहतरीन ताकतवर जंगली घोड़े भी ले आया । गाँव वालों ने किसान से कहा, "भई वाह! यह तो बड़ी खुशी की बात है ।"
"शायद है ।" किसान ने कहा ।
कुछ दिन बाद एक जंगली घोड़े को काबू करने की कोशिश में किसान का जवान बेटा अपने हाथ-पाँव जख्मी करवा बैठा । गाँव वाले आकर बोले, "आपका इकलौता जवान बेटा इतना घायल हो गया । आपके तो दिन ही खराब चल रहें हैं । बड़े दुख की बात है ।"
"शायद है ।" किसान ने कहा ।
अगले दिन राजा के सैनिक गाँव में आए । पड़ोसी देश से बड़ा भारी युद्ध छिड़ गया था । रोज सैकड़ों लोग मारे जा रहे थे । सेना कम हो रही थी । इसलिए राज्य के सभी जवान लोगों को सेना में भर्ती होना अनिवार्य कर दिया गया था । गाँव के सभी जवानों को सैनिक साथ ले गए । किसान के बेटे के हाथ-पाँव टूटे होने के कारण वे उसे वहीं छोड़ गए । गाँव के लोगों ने किसान से कहा, "हमारे बेटे तो फौज में चले गए । पता नहीं जिंदा लौटेंगे या नहीं । तुम्हारा बेटा बच गया । खुशकिस्मती है तुम्हारी !"
"शायद है ।" किसान ने कहा ।
बहुत अच्छी लगी ये कथा।
जवाब देंहटाएं@ZEAL
जवाब देंहटाएंशायद है
Achcha ya bura Jo bhi ho usase vichalit nahi hona jeevan ki pratibaddhata bana Len to dukh se chutkara mil sakata hai!
जवाब देंहटाएंKatha achchi Sikh deti hai !
-Gyanchand Marmagya
आपने मेरी बहुत पुरानी पोस्ट याद दिला दी... ख़ैर जीवन का एक बहुत बड़ा सचदर्शाती यह कथा.. शायद है!
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